विधान मंडल

बिहार विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ मंत्री की विवादित टिप्पणी, कार्यवाही स्थगित

बिहार विधानसभा (Bihar Vidhan Sabha) में एक के बाद एक तनावपूर्ण घटनाएं जारी हैं. बीते हफ्ते पक्ष-विपक्ष के बीच हाथापाई की नौबत आने के बाद बुधवार को सरकार के एक मंत्री के बयान पर हंगामा खड़ा हो गया. बीजेपी कोटे से सरकार में पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा के खिलाफ विवादित शब्दों का इस्तेमाल कर डाला.

ऑनलाइन जवाब को लेकर हुई बहस

दरअसल, बुधवार को सदन में कार्यवाही के दौरान विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) से कहा कि उनके विभाग से सदस्यों के सवालों का ऑनलाइन जवाब नहीं आ रहे है. इस पर पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने सख्त लहजे में कहा, ‘आ रहा है, आप देख लीजिए. 16 में से 14 सवालों के जवाब ऑनलाइन दे दिए गए हैं. यह जानकारी आप पता कीजिए.’ उनके बार-बार इस बात पर जोर देने पर विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कहा, ‘माननीय मंत्री जी, 9 बजे तक मेरा कार्यालय सारे ऑनलाइन जवाब निकाल लेता है. और 16 में मात्र 11 यानी 69 परसेंट सवालों का ही जवाब आया है. अपने विभाग में थोड़ा समीक्षा कर लीजिएगा.’

मंत्री ने वापस नहीं लिए अपने शब्द

विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा अपनी बात पूरी ही कर पाते कि पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने उनके खिलाफ विवादित टिप्पणी कर दी. उन्होंने कहा, ‘बहुत व्याकुल नहीं होना है.’ उनकी इस टिप्पणी पर विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने आपत्ति दर्ज कराई और इन शब्दों को वापस लेने के लिए कहा. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष को उंगली दिखाते हुए पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने फिर कहा, ‘अध्यक्ष जी, ऐसे नहीं चलता है, ऐसे डायरेक्शन नहीं चलता है.’

विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने फिर शब्दों को वापस लेने की बात दोहराई. उन्होंने कहा, ‘आप आसन को यह नहीं कह सकते हैं.’ इसके बाद पंचायती राज मंत्री ने आगे कहा, ‘इस तरह सदन नहीं चलेगा, बहुत व्याकुल नहीं होइए.’ इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी. इसके बाद विपक्षी दल आरजेडी ने ट्विटर पर लिखा, ‘इस सत्र में सत्तापक्षी मंत्रियों के दुर्व्यवहार पर सदन में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बार बार कहा कि “आसन का अपमान हो रहा है” लेकिन किसी ने नहीं सुना! आज BJP मंत्री द्वारा विधानसभा अध्यक्ष का सदन में प्रत्यक्ष अपमान देख बिहार व देश लज्जित हुआ.’

बीते हफ्ते क्यों हुआ था हंगामा

बिहार में विपक्ष ने शराबबंदी की खामियों को मुद्दा बना रखा है. बीते हफ्ते विपक्ष ने सरकार के मंत्री रामसूरत राय के एक स्कूल से शराब मिलने के मुद्दे को उठाया और उनके इस्तीफे की मांग रखी. इस मामले में आरजेडी विधायक रेखा देवी ने शनिवार को कार्यस्थगन प्रस्ताव पेश किया था. लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने उसे खारिज कर दिया. लेकिन विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने इस मामले पर चर्चा कराने की मांग उठाई. इस दौरान पक्ष-विपक्ष के बीच कहासुनी यहां तक पहुंच गई कि अध्यक्ष को सदन के भीतर मार्शल बुलाकर दोनों पक्षों को अलग करना पड़ा.

Advertisement. Scroll to continue reading.

डेस्क संसदनामा

संसदीय लोकतंत्र की बुनियादी बातों और विचारों का मंच

Recent Posts

नियम 255 के तहत तृणमूल कांग्रेस के छह सदस्य राज्य सभा से निलंबित

बुलेटिन के मुताबिक, "राज्य सभा के ये सदस्य तख्तियां लेकर आसन के समक्ष आ गये,…

3 years ago

‘सरकार ने विश्वासघात किया है’

19 जुलाई से मानसून सत्र आरंभ हुआ था, लेकिन अब तक दोनों सदनों की कार्यवाही…

3 years ago

पेगासस प्रोजेक्ट जासूसी कांड पर संसद में हंगामा बढ़ने के आसार, विपक्ष ने चर्चा के लिए दिए नोटिस

पेगासस प्रोजेक्ट (Pegasus Project) जासूसी कांग पर चर्चा के लिए आम आदमी पार्टी के सांसद…

3 years ago

संसद के मानसून सत्र का पहला दिन, विपक्ष ने उठाए जनता से जुड़े अहम मुद्दे

संसद के मानसून सत्र के पहले दिन विपक्षी दलों ने महंगाई और केंद्र के तीनों…

3 years ago

सुप्रीम कोर्ट को क्यों कहना पड़ा कि बिहार में कानून का नहीं, बल्कि पुलिस का राज चल रहा है?

सुनवाई के दौरान न्यायाधीश एमआर शाह ने कहा, ‘देखिए, आपके डीआईजी कह रहे हैं कि…

3 years ago

बशीर अहमद की रिहाई और संसद में सरकार के जवाब बताते हैं कि क्यों यूएपीए को दमन का हथियार कहना गलत नहीं है?

संसद में सरकार के जवाब के मुताबिक, 2015 में 1128 लोग गिरफ्तार हुए, जबकि दोषी…

3 years ago