संसद के मानसून सत्र के लिए तैयारियों के बीच राज्य सभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने कोविड-19 टेस्ट करवाया. राज्य सभा सदस्यों के लिए जारी एडवाइजरी के मुताबिक, मानसून सत्र में भाग लेने से पहले सभी सांसदों को कोविड-19 जांच (आरटी-पीसीआर) कराना जरूरी है. इसे सरकार से मान्यता प्राप्त किसी भी अस्पताल, लैब या संसद भवन परिसर में बनाए गए टेस्ट सेंटर से कराया जा सकता है. इसके लिए पार्लियामेंट एनेक्सी में भी तीन सेंटर बनाए गए हैं.
सभी सांसदों से अपनी जांच रिपोर्ट को आधिकारिक ई-मेल के जरिए राज्यसभा सचिवालय को पहले ही भेजने के लिए कहा गया है ताकि संसद भवन में प्रवेश करते समय कोई असुविधा न हो.
संसद सत्र के दौरान सदस्यों के आस-पास मौजूद रहने वाले संसद के सभी कर्मचारियों को आरटी पीसीआर टेस्ट करवाने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा संसद सदस्यों के निजी कर्मचारियों और ड्राइवर्स के एंटीजन टेस्ट के लिए भी संसद भवन के स्वागत कक्ष कार्यालय पर इंतजाम किया गया है.
सदन में कार्यवाही के दौरान फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित करने के लिए चैंबर, गैलरी और लोकसभा के चैंबर का इस्तेमाल किया जाएगा। इसमें 57 सदस्य राज्य सभा के चैंबर में, 51 सदस्य राज्यसभा की गैलरी में और बाकी 136 सदस्य लोकसभा के चैंबर में बैठेंगे. इस समय सदन में 244 सदस्य हैं जबकि एक सीट खाली है.
सभी सदस्यों के बैठने की जगह पर माइक्रोफोन और साउंड कंसोल लगाया गया है. इस बार सदस्यों को अपनी सीट पर बैठकर बोलने की अनुमति दी गई है. सभी पार्टियों को राज्य सभा में सदस्यों के बैठने का स्थान तय करने के लिए कहा गया है.
फिजिकल संपर्क को घटाने के लिए सभी सदस्यों से ई-नोटिस की सुविधा के इस्तेमाल करने की अपील की गई है. सदन में कार्यवाही से जुड़े सारे कागजात जैसे-बुलेटिन, बिल और अध्यादेश, सदस्यों को इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से ही भेजे जाएंगे. हालांकि, सदस्यों को संसदीय कार्यवाही के लिए अपने साथ ई रीडर या प्रिंट आउट लाने की छूट दी गई है.