संसदीय समाचार

कुल कितने तरह के कैंसर होते हैं, क्या कैंसर रोकने के लिए सरकार टीकाकरण कराएगी?

देश और दुनिया में कैंसर उन डरावनी बीमारियों में से एक है, जो लोगों को आर्थिक और मानसिक तौर पर गहरी चोट पहुंचाती है. संसद के बजट सत्र में राज्यसभा में सांसद के सी रामामूर्ति (K.C. Ramamurthy) ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय से इससे जुड़े सवाल पूछे. उन्होंने जानकारी मांगी कि (1) क्या यह सच है कि देश में 200 प्रकार के कैंसर होते हैं? (2) क्या मंत्रालय की ओर से लोगों को कैंसर से बचाने के लिए कोई प्रयास किए जा रहे हैं, जैसा कि सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए एचपीवी वैक्सीन (HPV vaccine to prevent cervical cancer) और लिवर कैंसर से बचाव के लिए हेपेटाइटिस बी का टीका और पेट के कैंसर से बचाव के लिए एच पाइलोरी वैक्सीन (H.Pylori vaccine) मौजूद है. सांसद के सी रामामूर्ति (K.C. Ramamurthy) ने यह भी पूछा कि देश में वैक्सीन संस्थानों की ओर से कैंसर के टीके विकसित करने के लिए क्या-क्या प्रयास किए जा रहे हैं?

सांसद के सी रामामूर्ति (K.C. Ramamurthy) के इन सवालों का जवाब स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने दिया. उन्होंने बताया कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मुताबिक, देश में जितने भी तरह के कैंसर होते हैं उन्हें 450 प्रकारों में वर्गीकरण किया गया है. यह वर्गीकरण अंतरराष्ट्रीय रोग वर्गीकरण (ICD-10) के अनुसार किया गया है.

केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने यह भी बताया कि राष्ट्रीय प्रतिरक्षण तकनीकी सलाहकार समूह (NTAGI), जो भारत का शीर्ष तकनीकी सलाहकारी निकाय है, वह किसी भी सार्वजनिक प्रतिरक्षण कार्यक्रम (Universal Immunization Program) (UIP) में किसी नई वैक्सीन को शामिल करने की सिफारिश करता है. उन्होंने बताया कि एनटीएजीआई (NTAGI) किसी भी नई वैक्सीन को शामिल करने की सिफारिश करने से पहले रोग के महामारी विज्ञान, उसकी नैदानिक विशेषताएं, आर्थिक पहलुओं, वैक्सीन और प्रतिरक्षण विशेषताएं और सार्वजनिक पहलुओं की पड़ताल करता है.

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री ने आगे कहा, ‘हेपेटाइटिस-बी (Hepatitis-B) यूनिवर्सल इम्युनीजेशन प्रोग्राम (यूआईपी) का हिस्सा है. फिलहाल एचपीवी वैक्सीन को यूआईपी में शामिल करने के लिए एनटीएजीआई ने सिफारिश नहीं की है.’ (यानी सरकार इसे टीकाकरण में शामिल नहीं करेगी) उन्होंने यह भी कहा कि देश में वैक्सीन या सेरा उत्पादित करने वाला करौली स्थित सेंट्रल रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीआरआई), गुइंडी स्थित बीसीजी वीएल; कोलकाता स्थित इंस्ट्रीट्यूट ऑफ सेरोलॉजी और कुनूर स्थित पाश्चर इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया जैसा कोई भी संस्थान कैंसर संबंधी वैक्सीन का उत्पादन नहीं कर रहा है.

किस तरह पैर पसार रहा है कैंसर, आंकड़ों से देखिए

– साल 2020 में देश में कैंसर के 13.9 मामले

– 2025 तक कैंसर के मामले 15.7 लाख होने का अनुमान

– आईसीएमआर-एनसीडीआईआर की रिपोर्ट ने लगाया अनुमान

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– 2025 तक कैंसर के कुल मामलों में महिला रोगियों की संख्या ज्यादा

– महिलाओं में स्तन कैंसर के मामले सबसे ज्यादा होने का अनुमान

– स्तन कैंसर के बाद फेफड़ों और मुंह के कैंसर के मामले सबसे ज्यादा

– 2020 में 27 फीसदी कैंसर के मामले तंबाकू सेवन से जुड़े

QUESTION (VACCINE DEVELOPMENT FOR CANCER PREVENTION)

MP K.C. RAMAMURTHY, Will the Minister of HEALTH AND FAMILY WELFARE be pleased to state:

(a) whether it is a fact that there are 200 types of cancers in the country;

(b) the efforts being made by the Ministry to vaccinate people to avoid cancers, as we have HPV vaccine to prevent cervical cancer, Hepatitis-B vaccine to prevent liver cancer and H.Pylori vaccine to protect stomach cancer; and

(c) the efforts being made by the vaccine institutes in the country to develop vaccines for various types of cancers?

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ANSWER

Minister Of State In The Ministry Of Health And Family Welfare Ashwini Kumar Choubey said,

(A): According to Indian Council of Medical Research(ICMR) the prevalent types of cancers which are documented in the country have been classified anatomical site wise and sub-site wisein to 450 types of cancers. These are classified as per International Classification of Diseases (ICD-10)

(b): National Technical Advisory Group on Immunization (NTAGI) is India’s apex technical advisory body to make recommendations for inclusion of any new vaccine in country’s Universal Immunization Program(UIP).

NTAGI considers key factors like disease epidemiology, clinical characteristics, economic considerations, vaccine and immunization characteristics and other public considerations before making recommendations for any new vaccine introduction. Hepatitis-B is under the Universal Immunization Programme. As of now HPV Vaccine has not been recommended by NTAGI for inclusion in UIP.

(c): No cancer related vaccine is being produced by the vaccine/sera manufacturing Institutes
namely Central Research Institute(CRI) Kasauli; BCG VL, Guindy; Institute of Serology(IoS),Kolkata and Pasteur Institute of India(PII), Coonoor.

डेस्क संसदनामा

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