हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता वीरभद्र सिंह का 87 साल की उम्र में निधन हो गया. वे लंबे समय से बीमार थे. हिमाचल प्रदेश के छह बार सीएम रहे वीरभद्र सिंह नौ बार विधानसभा और पांच बार संसद के सदस्य रहे. हिमाचल प्रदेश सरकार ने उनके निधन पर 8 जुलाई से 10 जुलाई तक तीन दिन के लिए राजकीय शोक की घोषणा की है.
सोमवार को पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी. डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर पर रखा था. लेकिन गुरुवार सुबह उनका निधन हो गया. पूर्व सीएम को दूसरी बार कोरोना पॉजिटिव पाया गया था.
पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के निधन पर पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने शोक जताया है. ट्विटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा, ‘श्री वीरभद्र सिंह जी का समृद्ध प्रशासनिक और विधायी अनुभवों के साथ एक लंबा राजनीतिक जीवन रहा. उन्होंने हिमाचल प्रदेश में प्रमुख भूमिका निभाई और राज्य के लोगों की सेवा की. उनका निधन दुखी करने वाला है. उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदनाएं. ओम शांति.’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोक सभा सांसद राहुल गांधी ने कहा, ‘श्री वीरभद्र सिंह असल मायने में एक निष्ठावान व्यक्ति थे. उनका जनता और कांग्रेस पार्टी की सेवा की प्रतिबद्धता सदैव उदाहरण बनी रहेगी. उनके परिवार और मित्रों के साथ मेरी संवेदनाएं. हम उनकी कमी महसूस करेंगे.’
वहीं, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा, ‘देवभूमि हिमाचल के छह बार मुख्यमंत्री रहे वरिष्ठ नेता आदरणीय वीरभद्र सिंह जी के निधन का समाचार हम सबके लिए बेहद दुःख देने वाला है. हिमाचल के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई कभी नहीं होगी. हिमाचल के विकास में उनका योगदान अनुकरणीय है, जिसे कभी भुलाया नहीं जाएगा.’
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