जेडीयू के वरिष्ठ नेता और सत्ताधारी एनडीए के उम्मीदवार हरिवंश राज्य सभा के दोबारा उपसभापति चुन लिए गए. सोमवार को संसद के मानसून सत्र के पहले दिन उच्च सदन की कार्रवाई के दौरान बीजेपी सांसद जे पी नड्डा ने उपसभापति पद के लिए उनके नाम का प्रस्ताव किया. इस प्रस्ताव का बीजेपी के ही सांसद थावरचंद गहलोत ने समर्थन किया.
समाचार एजेंसी पीटीआई की हिंदी सेवा ‘भाषा‘ के मुताबिक, कांग्रेस की अगुवाई में विपक्षी दलों ने आरजेडी सांसद मनोज कुमार झा के नाम का प्रस्ताव रखा. हालांकि, उन्होंने मतविभाजन पर जोर नहीं दिया. सत्ताधारी सदस्यों और विपक्ष के प्रस्ताव आने के बाद सभापति एम वेंकैया नायडू ने ध्वनिमत से हरिवंश के चुने जाने का ऐलान किया.
हरिवंश के उपसभापति निर्वाचित होने पर राज्य सभा के सभापति और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, पीएम नरेंद्र मोदी, सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, विपक्ष के उम्मीदवार मनोज झा और दूसरे दलों के नेताओं ने उन्हें बधाई दी. सभी ने सदन चलाने की उनकी क्षमता की प्रशंसा की.
विपक्ष के साझे उम्मीदवार रहे मनोज झा ने कहा कि उपसभापति का चुनाव दो व्यक्तियों के बीच का मामला नहीं था और ऐसा होना भी नहीं चाहिए. इसी क्रम में उन्होंने अहमद फराज का एक शेर पढ़ा, ‘तू मोहब्बत से कोई चाल तो चल, हार जाने का हौसला है मुझमें.’
इस मौके पर नवनिर्वाचित उपसभापति हरिवंश ने कहा कि उन्हें सदन चलाने में विपक्ष समेत सभी दलों का सहयोग मिलता रहा है. उन्होंने आगे कहा कि इस सदन में आकर उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला है. नवनिर्वाचित उपसभापति ने विपक्ष के साझा उम्मीदवार मनोज झा को अपना मित्र बताया.