संसदीय समाचार

उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की 11 सीटों के लिए मतदान खत्म, नतीजे तीन दिसंबर को आएंगे

उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र की छह और स्नातक निर्वाचन क्षेत्र की पांच सीटों के लिए मंगलवार को मतदान संपन्न हो गया. स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों की पांच सीटों के लिए 1808 मतदान केंद्र बनाए गए. इन पर मतदाताओं की 12.69 लाख है. वहीं, शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र की छह सीटों के लिए 813 मतदान केंद्र बनाए गए. 11 सीटों पर कुल उम्मीदवारों की संख्या 199 रही. इसमें मेरठ स्नातक सीट पर सबसे ज्यादा 30, जबकि लखनऊ स्नातक सीट पर सबसे कम 11 उम्मीदवारों ने अपनी दावेदारी पेश की है.

किन-किन सीटों पर हुआ मतदान

स्नातक सीटों के चुनाव में लखनऊ डिवीजन, वाराणसी डिवीजन, आगरा डिवीजन, मेरठ डिवीजन और इलाबाबाद झांसी डिवीजन की सीटें शामिल हैं. वहीं, शिक्षक सीटों में लखनऊ डिवीजन, वाराणसी डिवीजन, आगरा डिवीजन, मेरठ डिवीजन, बरेली-मुरादाबाद डिवीजन और गोरखपुर-फैजाबाद डिवीजन शामिल हैं. इन सभी सीटों पर वोटों की गिनती का काम तीन दिसंबर को किया जाएगा.

ऊपरी सदन में संख्या बढ़ाने पर जोर

उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की 100 सीटें हैं. इनमें से 52 सीटें सपा, 19 सीटें भाजपा, आठ सीटें बीएसपी, दो सीटें कांग्रेस (एक सदस्य भाजपा में शामिल) और एक सीट अपना दल के पास हैं. एक सीट शिक्षक दल के पास हैं, जबकि तीन स्वतंत्र सदस्य हैं. अभी कुल 14 सीटें खाली हैं. इनमें से 11 सीटों पर चुनाव हो रहे हैं. सभी दल इस चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करके विधान परिषद में अपनी संख्या को सुधारना चाहते हैं.

ये भी पढ़ेंएक चुनाव, जिसमें स्नातक से कम पढ़ाई करने वाले शामिल ही नहीं हो सकते?

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डेस्क संसदनामा

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