क्यों डाॅ. अंबेडकर ने संविधान में प्रेस का अलग से उल्लेख करना जरूरी नहीं समझा?
संविधान सभा में वाक् और अभिव्यक्ति की आजादी पर दो दिन तक बहस हुई. इस दौरान कई सदस्यों ने प्रेस की आजादी को अलग से लिखने की मांग उठाई, लेकिन डॉ. बी. आर. अंबेडकर ने इसे नहीं माना. लेकिन क्यों, पढ़िए ये लेख…
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