अमेरिका में जॉर्जिया राज्य राष्ट्रपति चुनाव के लिए डाले गए मतों की गिनती दोबारा कराएगा. वहां राष्ट्रपति पद के डेमोक्रेटिक पार्टी उम्मीदवार जो बाइडन अपने रिब्लिकन प्रतिद्वंद्वी और वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से लगभग 14 हजार से ज्यादा मतों से आगे चल रहे हैं.
डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडन को राष्ट्रपति चुनाव जीतने के लिए जरूरी 270 वोट से ज्यादा मिल चुके हैं. ऐसे में जॉर्जिया में उनकी जीत से केवल अंतर में इजाफा होना है. हालांकि, ट्रम्प ने इस चुनाव में अब तक अपनी हार को स्वीकार नहीं किया है और चुनाव में धांधली करने और फर्जी मतदान करने के आरोप लगा रहे हैं.
इस बीच जॉर्जिया के अंतर राज्य संबंध मामलों के मंत्री ब्रैड रफंसपर्जर ने कहा कि मतों का अंतर बहुत कम होने की वजह से राज्य की सभी 159 कांउटियों में हाथ से एक-एक मतपत्रों को गिना जाएगा. उन्होंने कहा कि चुनाव में लोगों का भरोसा बहाल करने के लिए ऐसा करना जरूरी है. रिपब्लिकन पार्टी से जुड़े ब्रैड रेफंसपर्जर ने उम्मीद जताई कि वोटों की गिनती का काम चुनाव परिणाम को सत्यापित करने के लिए तय 20 नवंबर की समय सीमा तक पूरा कर लिया जाएगा. हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि इससे मतगणना में लगे कर्मचारियों को बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी.
एक गैर-दलीय समूह फेयर वोट का आकलन है कि साल 2000 से 2019 के बीच 31 बार jराज्यों ने वोटों की दोबारा गिनती कराई है. लेकिन अंतिम नतीजों में केवल तीन बार ही बदलाव आया है. ज्यादातर मामलों में पहले के घोषित विजेता थोड़े अंतर से दोबारा जीतने में सफल रहे हैं. फेयर वोट का अनुमान है कि वोटों की दोबारा गिनती होने पर डोनाल्ड ट्रंप नतीजों में ज्यादा से ज्यादा 0.024 फीसदी बदलाव कर पाएंगे, जबकि उन्हें जीतने के लिए इससे ज्यादा वोटों की जरूरत है. अभी बाइडेन को 49.5 फीसदी और डोनाल्ड ट्रंप को 49.2 फीसदी वोट मिले हैं.
अमेरिका में तीन नवंबर को मतदान के बार वोटों की गिनती बहुत ज्यादा समय लगा, क्योंकि कोरोना संकट के चलते इस पर डाक मतपत्रों का बहुत ज्यादा इस्तेमाल हुआ है. हालांकि, मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बैलेट पेपर के सहारे चुनाव में धांधली का आरोप लगा चुके हैं.