असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के बाद राज्य सभा सांसद और कांग्रेस के संकट मोचक अहमद पटेल का कोरोना संक्रमण के इलाज के दौरान निधन हो गया. उनके निधन पर पार्टी के नेताओं से लेकर पक्ष-विपक्ष दूसरे सभी लोगों ने गहरा शोक जताया है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने शोक संदेश में उन्हें ‘दक्ष सांसद’ बताया. ट्विटर पर उन्होंने लिखा, “श्री पटेल में रणनीतिकार के कौशल और जननेता के आकर्षण का मेल था. उनके मिलनसार स्वभाव ने पार्टी के भीतर-बाहर सभी जगह अच्छे दोस्त बनाए.”
उपराष्ट्रपति और राज्य सभा के सभापति वेंकैया नायडू ने कहा, “राज्य सभा सांसद के निधन की खबर सुनकर गहरा दुख हुआ. वे एक सक्षम सांसद थे और उनके राजनीति में सभी नेताओं के मित्रतापूर्ण संबंध थे. लोक सभा स्पीकर ओम बिरला ने भी अहमद पटेल के निधन पर शोक जताया. ट्विटर पर उन्होंने, “वरिष्ठ राजनेता और राज्य सभा सांसद अहमद पटेल का निधन दुखद है. वे एक ऐसे नेता थे, जिनके सभी के साथ मधुर संबंध थे. उनके निधन से खाली हुई जगह को भर पाना मुश्किल है.” पीड़ित परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं हैं.” बीजेपी के पूर्व पार्टी उपाध्यक्ष प्रभात झा ने उन्हें कांग्रेस का सच्चा सिपाही बताया.
राज्य सभा सांसद अहमद पटेल के निधन पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष, अखिलेश यादव, बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती, राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने गहरा शोक जताया. ट्विटर पर बसपा प्रमुख मायावती ने लिखा, “वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व देश की राजनीति का जाना-पहचाना नाम श्री अहमद पटेल के आज सुबह निधन की खबर अति-दुःखद. उनके परिवार व मित्रों के प्रति मेरी गहरी संवेदना. उनका व्यक्तित्व बहुत सादा व काफी मिलनसार था. भारतीय राजनीति में उनकी गहरी छाप को हमेशा अच्छी नजर से देखा व याद किया जाएगा.”
अहमद पटेल के निधन पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ सत्ता पक्ष के दूसरे नेताओं ने भी शोक जताया है. ट्विटर पर गृह मंत्री अमित शाह ने लिखा, “कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल जी के निधन की सूचना अत्यंत दुःखद है. अहमद पटेल जी का कांग्रेस पार्टी और सार्वजनिक जीवन में बड़ा योगदान रहा. मैं दुःख की इस घड़ी में उनके परिजनों और समर्थकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं.” केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने भी शोक जताया.
कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ नेता के निधन पर देश में अपने सभी कार्यालयों पर पार्टी के झंडे को आधा झुकाकर लगाने का फैसला किया है. पार्टी ने अपने बयान में कहा, ‘पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री अहमद पटेल के निधन से देश भर में कांग्रेस के कार्यकर्ता दुखी हैं और सभी शोक की इस घड़ी में एक साथ हैं.’ कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, ‘हमारे पास शब्द ही नहीं हैं. श्री अहमद पटेल का असमय निधन कांग्रेस पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है.’
पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा, ‘अहमद जी न केवल बुद्धिमान और अनुभवी सहयोगी थे, जिनसे मैं अक्सर सलाह लेती थी, वे ऐसे मित्र थे जो हर हाल में हमारे साथ पूरी मजबूती से खड़े रहे. उनके निधन ने बहुत बड़ा शून्य पैदा कर दिया है.’ कांगेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीटर पर लिखा, ‘बहुत दुखद दिन है. श्री अहमद पटेल कांग्रेस पार्टी के एक स्तंभ थे. उन्होंने कांग्रेस पार्टी को जिया और उसमें सांस ली और पार्टी के साथ मुश्किल से भी मुश्किल समय में खड़े रहे. वे अमूल्य धरोहर थे. हम उनकी कमी महसूस करेंगे. फैसल, मुमताज और परिवार को मेरा प्यार और संवेदनाएं.’ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लिखा, ‘अहमद पटेल ऐसे साथी थे, जिनकी कोई जगह नहीं ले सकता था. वे समर्पित सहयोगी थे. परिवार और दोस्तों के साथ मेरी संवेदनाएं.’ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अहमद पटेल के निधन को व्यक्तिगत क्षति बताया.
21 अगस्त 1949 को जन्मे अहमद पटेल 71 साल के थे. वे 1993 से लगातार राज्य सभा के सांसद रहे. साल 2017 में पांचवी बार राज्य सभा के चुनाव में सत्ता पक्ष की किलेबंदी को तोड़कर राज्य सभा पहुंचने में सफल रहे. 1991 में जब नरसिम्हा राव प्रधानमंत्री बने तो उन्हें कांग्रेस वर्किंग कमेटी में शामिल किया गया और 1996 में पार्टी के कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई. इससे पहले राजीव गांधी जब प्रधानमंत्री बने तो उन्हें संसदीय सचिव बनाया गया. उन्होंने 1977 में लोक सभा का चुनाव जीता और 26 साल में युवा सांसद होने का भी रिकॉर्ड बनाया.
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