देश को 2024 तक नया संसद भवन मिल जाएगा. लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि नए संसद भवन का शिलान्यास 10 दिसम्बर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि नए संसद भवन की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी, इसलिए इसके निर्माण में मौजूदा और भविष्य की सारी जरूरतों को ध्यान रखा जाएगा. इसके लोक सभा कक्ष में 888 सदस्यों और संयुक्त बैठकों के दौरान 1224 लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी. राज्य सभा कक्ष में 384 सदस्य बैठ सकेंगे.
आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी संसद
नया संसद भवन चार मंजिला होगा. इसे 971 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 64 हजार 500 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनाया जाएगा. इसमें प्रत्येक संसद सदस्य के लिए 40 वर्ग मीटर के कार्यालय की व्यवस्था की जाएगी. इसमें भूकंप से सुरक्षा के लिए पर्याप्त उपाय मौजूद होंगे. नये भवन में आधुनिक आडियो-विज़ुअल संचार व्यवस्था और डेटा नेटवर्क भी मौजूद होगा. इसमें पर्यावरण की सुरक्षा का पूरा ध्यान दिया जाएगा. इसके निर्माण के दौरान संसद सत्रों के कामकाज में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आएगी.
100 साल की जरूरतों का रखा जाएगा ध्यान
लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया कि नए संसद भवन के डिजाइन अहमदाबाद के मैसर्स एचसीपी डिजाइन एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने तैयार किया है. इसमें अगले 100 साल की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया जाएगा. इस मौके पर उन्होंने नए संसद भवन का एक विवरणात्मक चित्र भी जारी किया. नए संसद भवन का निर्माण कार्य 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है. हालांकि, लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने यह भी कहा कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर संसद का सत्र नए संसद भवन में बुलाने का प्रस्ताव है. साल 2022 में आजादी के 75 साल पूरे हो रहे हैं.
लोकतंत्र का स्मारक होगा नया संसद भवन
लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि भारत का लोकतंत्र और हमारी संसद समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं और पहले से कहीं अधिक मजबूत हुए हैं. उन्होंने कहा कि 130 करोड़ देशवासियों के लिए यह गर्व की बात है कि स्वतन्त्रता के बाद पहली बार पूरे देश के कारीगर और मूर्तिकार मिलकर नया संसद भवन बनाएंगे. लोक सभा अध्यक्ष ने आगे कहा कि नया संसद भवन भारत के लोकतंत्र का स्मारक होगा, जो न केवल देश के गौरवशाली इतिहास, बल्कि भारतवासियों की शक्ति, विविधता और उद्यमिता को भी प्रदर्शित करेगा और आत्मनिर्भर भारत का भी प्रतीक होगा.