केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने अपने मंत्रालय में किसी भी कीमत पर लालफीताशाही को बर्दाश्त न करने की बात कही है. दरअसल, बीते हफ्ते नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) की एक नई इमारत के उद्घाटन कार्यक्रम में उन्होंने एनएचएआई का इस उपलब्धि के लिए अभिनंदन करने से इनकार कर दिया. जिस इमारत का उद्घाटन हो रहा था, उसे बनने में 13 साल लगे थे. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इसी बात पर खासे नाराज थे. इसके लिए उन्होंने एनएचएआई के तमाम पुराने अधिकारियों, प्रबंधकों और महाप्रबंधकों को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया.
केंद्रीय मंत्री ने सरकारी व्यवस्था में रहकर गैर-जिम्मेदारी दिखाने वाले अधिकारियों को ‘निकम्मा’, ‘डुबाने वाला’ और ‘विषकन्या’ जैसे नामों से संबोधित किया. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इमारत के बनने में देरी के लिए जिम्मेदार रहे अधिकारियों की फोटो नए भवन में लगानी चाहिए. साथ में इस इमारत के बनने में इतनी देरी पर शोध कराने की भी सलाह दी.
एनएचएआई की दिल्ली प्वाइंट में एक इमारत को 2008 में मंजूरी मिली और 2011 में ठेकेदार भी तय हो गया. लेकिन इसका काम अलग-अलग चरणों में लटकता रहा. इस दौरान केंद्र में एक सरकार बदल गई, जबकि दूसरी सरकार अपना दूसरा कार्यकाल एक साल बिता चुकी है.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि एक साधारण इमारत बनने में इतना वक्त नहीं लग सकता. उन्होंने कहा कि एनएचएआई के भीतर सुधार लाने और गधे व घोड़ों के साथ बराबरी के व्यवहार रोकने की जरूरत बताई.
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