लोक सभा सांसद नंदकुमार सिंह चौहान (Nandkumar Singh chauhan) का निधन हो गया. उन्हें 11 जनवरी को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था. इसके बाद उन्होंने खुद ट्विटर के माध्यम से अपने संपर्क में आए लोगों से जरूरी एहतियात बरतने की अपील की थी. शुरुआत में उनका इलाज भोपाल में, फिर दिल्ली के मेदांता अस्पताल में इलाज चला. सोमवार की रात उनका निधन हो गया.
पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने जताया शोक
मध्य प्रदेश के खंडवा से छठी बार लोक सभा में प्रतिनिधित्व कर रहे नंदकुमार सिंह चौहान के निधन पर पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने शोक जताया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा, ‘खंडवा से लोकसभा सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के निधन से दुखी हूं. उन्हें संसदीय कार्यवाही में योगदान, संगठनामक कौशल और पूरे मध्य प्रदेश में बीजेपी को मजबूत करने के लिए याद किया जाएगा. उनके परिवार के साथ संवेदनाएं.’
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्विटर पर लिखा, ‘आदरणीय नंदू भैया लोकप्रिय जननेता, कुशल संगठक, सफल प्रशासक थे. जनता दिलोजान से उन्हें प्यार करती थी. हमने प्रयास बहुत किये, लेकिन हम उन्हें बचा नहीं सके.’ मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीटर पर लिखा, ‘खंडवा के सांसद श्री नंदकुमार चौहान के दुखद निधन का समाचार प्राप्त हुआ. परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं. ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान व पीछे परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।’
सांसद नंदकुमार सिंह चौहान का राजनीतिक सफर
सांसद नंदकुमार सिंह चौहान छठी बार खंडवा से 2019 से चुनाव जीतकर लोक सभा पहुंचे थे. हालांकि, उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत शाहपुर नगरपालिका से शुरू की थी. बाद में वे मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए भी चुने गए. वे 1985 से 1996 तक विधानसभा सदस्य रहे. उन्होंने पहली बार 1996 में लोक सभा का चुनाव जीता. इसके बाद 1998, 1999, 2004, 2014 और 2019 में लोक सभा के लिए चुने गए. इस दौरान बीजेपी ने सांसद नंदकुमार चौहान को मध्य प्रदेश में पार्टी का अध्यक्ष भी बनाया. लेकिन 2018 में उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र की जनता की सेवा करने की बात कहते हुए पार्टी अध्यक्ष का पद छोड़ दिया.